तिब्बती पत्र पांडुलिपि के अध्ययन पर पेशेवर पत्रिका जारी

(CRI)14:44:39 2025-06-03

शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के सामाजिक अकादमी के अनुसार हाल ही में तिब्बती पत्र पांडुलिपि अध्ययन (चीनी भाषा तथा तिब्बती भाषा) पत्रिका को हाल ही में औपचारिक रूप से देश के एकीकृत कैटलॉग संख्या की पुष्टि मिली और उसका पहला अंक जारी किया गया है, जिसका प्रतीक है कि तिब्बती पत्र पांडुलिपि का अध्ययन पेशेवर और व्यवस्थित नये चरण में दाखिल हुआ है। यह विश्व में पत्र पांडुलिपि के अध्ययन में पहली पेशेवर पत्रिका भी है।

शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के सामाजिक अकादमी के अध्यक्ष ली श्योएनिंग ने बताया कि इस पत्रिका का प्रकाशन पत्र पांडुलिपि विद्या के विकास में मील के पत्थर का महत्व रखता है और अंतर्राष्ट्रीय संस्कृत तथा तिब्बती शास्त्र में एक बड़ी बात है। वह चीनी राष्ट्र की श्रेष्ठ परंपरागत संस्कृति संरक्षित करने और नये युग में सांस्कृतिक मिशन निभाने का प्रतिबिंबिब भी है।

आंकड़ों के अनुसार शीत्सांग में अब संस्कृत पत्र पांडुलिपि (कुछ कागजी संस्कृत व तिबब्ती में अनुवादित पत्र पांडुलिपि शामिल हैं) 1000 से अधिक हैं और करीब 60 हजार पत्ते हैं, जिनमें कई दुर्लभ या अद्वितीय प्रति शामिल हैं। उनका विषय बौद्ध धर्म, फिलॉसफी, लॉजिस्टिक्स, भाषा, कविता, चिकित्सा, खगोल और आधिक व्यापक क्षेत्रों को कवर करता है, जिसने बौद्ध धर्म के चीनी स्थिति से अनुकूल होने, चीन-भारत सांस्कृतिक आदान-प्रदान इतिहास,शीत्सांग और मातृभूमि सम्बंध के इतिहास के अध्ययन के लिए मूल्यवान सामग्री प्रदान की है।