भ्रमण प्रेमिका·जहान का दिलकश मौसम: क्षुद्र पूर्णता

नमस्ते दोस्तों! मैं हूं आपकी यात्रा प्रेमी दोस्त — Sisi! आज है क्षुद्र पूर्णता, यानी गर्मी की शुरूआती ऋतु।

आइये मेरे साथ , चलते हैं “चीन के अन्न भंडार” कहे जाने वाले हेनान प्रांत के नानयांग शहर की ओर, और महसूस करते हैं इस जीवन सरगर्मी का उल्लास।

"भर जा, भर जा गेहूं के दाने" — इस समय, चीन के उत्तरी भागों में गेहूं जैसे गर्मियों में पकने वाले अनाजों की हल्की परिपक्वता देखने को मिलती हैं, हालांकि फसलें अभी पूरी तरह परिपक्व नहीं हुई हैं, सो इस समय को चीनी ऋतु के हिसाब से उसे शियाओ मान कहा जाता है यानी "क्षुद्र पूर्णता"। वहीं दक्षिणी चीन में, अनाज की हल्की परिपक्व के दौरान वर्षा आम तौर पर प्रचुर होती है, और जल्दी पकने वाले धान की फसलें धीरे-धीरे कटाई और भंडारण की तैयारी में जुट जाते हैं।

क्षुद्र पूर्णता के आगमन के साथ तापमान और नमी दोनों में बढ़ोतरी होने लगती हैं, जिससे लोगों को चिड़चिड़ापन महसूस होता है। ऐसे में लोग मन को शांत रखने के लिए व्यायाम का सहारा लेते हैं—टहलना, धीरे-धीरे दौड़ना और ताई ची का अभ्यास गर्मियों में बेहद लोकप्रिय गतिविधियाँ बन जाती हैं।

यह समय रेशम के लिए भी बेहद अहम होता है। प्राचीन समय में लोग मानते थे कि रेशम देवी की कृपा से कीड़ों को बीमारी और आपदाओं से बचाया जा सकता है, इसलिए इस मौसम में रेशम पालक लोग विशेष पूजा पाठ में लगन हुआ करते थे। प्राचीन काल से ही, चीन का सुंदर रेशमी वस्त्र सिल्क रोड के ज़रिए दुनिया भर में भेजा जाता था। और आज भी, चीन का रेशम यूरोपीय रेल एक्सप्रेस मार्गों और समुद्री व्यापार जहाज़ों के माध्यम से दुनिया तक पहुँच रहा है—एक परंपरा, जो आज भी जीवित है।

हल्की सी भरनी लाए अनाजों की भरपूर फसल पाएं — इन उम्मीदों से भरे मौसम के मंगलमय पर, आपको एक पूर्ण और सुखद जीवन की शुभकामनाएँ!