शी चिनफिंग ने चिली के राष्ट्रपति से मुलाकात की

(CRI)14:23:08 2025-05-15

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 14 मई को पेइचिंग में चीन-सीईएलएसी मंच के चौथे मंत्री स्तरीय सम्मेलन में भाग लेने वाले चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक के साथ मुलाकात की।

इस मौके पर शी चिनफिंग ने कहा कि इस साल चीन और चिली के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 55वीं वर्षगांठ है। आधी सदी से अधिक समय में चाहे अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में कितना परिवर्तन क्यों न आया हो, चीन-चिली संबंध हमेशा आगे बढ़े हैं। चीन और चिली को द्विपक्षीय चतुर्मुखी रणनीतिक साझेदारी के विषय को समृद्ध बनाना चाहिए, ताकि चीन व सीईएलएसी के साझे विकास का मॉडल और दक्षिण-दक्षिण सहयोग की आदर्श मिसाल स्थापित की जा सके और मानव शांति व प्रगति के कार्य को बढ़ावा दिया जा सके।

शी चिनफिंग ने कहा कि चीन चिली के साथ आपसी राजनीतिक विश्वास मजबूत करने के साथ आपसी सम्मान, समान व्यवहार, आपसी लाभ व समान जीत कायम रखना चाहता है और राष्ट्रीय शासन में अनुभव का आदान-प्रदान मजबूत करने के साथ एक दूसरे के मूल हितों व मुख्य चिंता वाले मुद्दों पर दृढ़ता से आपसी समर्थन करना चाहता है। ताकि एक दूसरे की प्रभुसत्ता, सुरक्षा और विकास के हित की रक्षा की जा सके।

शी चिनफिंग ने आगे कहा कि दोनों पक्षों को बेल्ट एंड रोड के समान निर्माण की योजना लागू करनी चाहिए। चीन चिली में निवेश करने के लिए और अधिक चीनी कंपनियों का समर्थन करता है और चिली के अधिक से अधिक श्रेष्ठ उत्पादों के चीन के बाजार में प्रवेश का स्वागत करता है। दोनों पक्षों को सभ्यताओं के बीच आपसी शिक्षा मजबूत करनी होगी, ताकि द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए बेहतर नागरिक आधार तैयार हो सके।

वहीं, बोरिक ने कहा कि चिली चीन के साथ संबंधों पर बड़ा ध्यान देता है। चीन चिली का सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार बन गया है। दोनों पक्षों के बीच सहयोग से दोनों देशों के लोगों को लाभ मिला है। चिली एक चीन की नीति पर कायम रहता है और चीन के साथ व्यापार, निवेश व एआई आदि में सहयोग बढ़ाना चाहता है। चिली चीन के साथ बहुपक्षवाद और संयुक्त राष्ट्र संघ की प्रतिष्ठा की रक्षा करना चाहता है और वार्ता के जरिए मतभेद का समाधान करने पर कायम रहता है, ताकि एक साथ अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा की जा सके।

बताया जाता है कि बोरिक की चीन यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने अर्थव्यवस्था, प्रकाशन, निरीक्षण व संगरोध, मीडिया और थिंक टैंक आदि क्षेत्रों में कई द्विपक्षीय सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए।