चीन ने पृथ्वी-चंद्रमा अंतरिक्ष के लिये दुनिया का पहला तीन-उपग्रह तारामंडल सफलतापूर्वक तैयार किया

(CRI)11:14:59 2025-04-16

15 अप्रैल को, चीनी विज्ञान अकादमी (सीएएस) के मुताबिक, सीएएस की श्रेणी ए रणनीतिक प्राथमिकता परियोजना "पृथ्वी-चंद्रमा अंतरिक्ष में डीआरओ (लंबी दूरी की प्रतिगामी कक्षा) अन्वेषण और अनुसंधान" द्वारा विकसित तीन उपग्रहों (उपग्रह डीआरओ-ए, डीआरओ-बी व डीआरओ-एल) ने अब पृथ्वी-चंद्रमा अंतरिक्ष में एक स्थिर दस लाख किमी. स्तरीय उपग्रहों के बीच माप व संचार लिंक स्थापित किया है। इससे पता चलता है कि चीन ने दुनिया का पहला पृथ्वी-चंद्रमा अंतरिक्ष स्थित तीन-उपग्रह तारामंडल सफलतापूर्वक तैयार किया है और कई मूल वैज्ञानिक व तकनीकी उपलब्धियां हासिल की हैं। जिससे चीन के लिए पृथ्वी-चंद्रमा अंतरिक्ष को विकसित व उपयोग करने और अंतरिक्ष विज्ञान के अग्रणी अन्वेषण का नेतृत्व करने के लिए एक ठोस आधार तैयार हुआ है।

पृथ्वी-चंद्रमा अंतरिक्ष एक नया हवाई क्षेत्र है, जो पृथ्वी की कक्षा से बाहर की ओर फैलता है। पृथ्वी से इसकी अधिकतम दूरी 20 लाख किमी. तक पहुंच सकती है। पृथ्वी के कक्षीय स्थान की तुलना में, इसकी त्रि-आयामी अंतरिक्ष सीमा हजारों गुना विस्तारित हो गयी है। चंद्र संसाधनों के विकास व उपयोग, पृथ्वी के बाहर दीर्घकालिक मानव निवास व अंतरग्रहीय गतिविधियों और सौर प्रणाली अन्वेषण के सतत विकास के लिए पृथ्वी-चंद्रमा अंतरिक्ष के विकास व उपयोग का बहुत रणनीतिक महत्व है। वर्ष 2017 में सीएएस ने प्रासंगिक प्रारंभिक अनुसंधान और प्रमुख प्रौद्योगिकी अनुसंधान शुरु किया। फरवरी 2022 में, प्रासंगिक पायलट विशेष गतिविधियों को लॉन्च किया गया था, जिसमें पृथ्वी-चंद्रमा अंतरिक्ष में बड़े पैमाने पर उपग्रह तारामंडल बनाने और डीआरओ (लंबी दूरी की प्रतिगामी कक्षा) के अद्वितीय गुणों व अनुप्रयोग मूल्य का पता लगाने के लिए तीन उपग्रहों को विकसित और लांच किया गया।