चीनी वाणिज्य मंत्रालय के जिम्मेदार व्यक्ति ने चीन अमेरिका आर्थिक व्यापार सम्बंध पर संवाददाता के सवाल के जवाब दिये
चित्र VCG से है
चीनी राज्य परिषद के सूचना कार्यालय ने 9 अप्रैल को चीन-अमेरिका आर्थिक व व्यापारिक सम्बंध के कुछ मुद्दों पर चीन के पक्षों पर एक श्वेत पत्र जारी किया। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के जिम्मेदार व्यक्ति ने इस श्वेत पत्र को लेकर संवाददाता के सम्बंधित सवाल के जवाब दिये।
उन्होंने कहा कि इस श्वेत पत्र को जारी करने का उद्देश्य चीन-अमेरिका आर्थिक व व्यापारिक सम्बंधों के सम्बंधित मुद्दों पर चीन के नीतिगत पक्षों पर प्रकाश डालना, द्विपक्षीय आर्थिक व व्यापारिक सम्बंधों पर एकतरफावाद व संरक्षणवाद के नुकसान का व्याख्यान करना और चीन द्वारा राष्ट्रीय हितों की डटकर सुरक्षा करने तथा बहुपक्षीय व्यापार तंत्र बनाए रखने का संकल्प और इच्छा शक्ति दिखाना है।
उन्होंने बल दिया कि व्यापार युद्ध में कोई विजेता नहीं है। चीन व्यापार युद्ध नहीं चाहता। लेकिन चीन सरकार चीनी जनता के न्यायपूर्ण हितों पर नुकसान पहुंचाने की उपेक्षा कतई नहीं कर सकती। अगर अमेरिका आर्थिक व व्यापारिक नियंत्रण और बढ़ाएगा, तो चीन के पास सुदृढ़ संकल्प और प्रचुर उपाय हैं। चीन निश्चय ही जवाबी नियंत्रण करेगा औऱ अंत तक डटा रहेगा।
उन्होंने कहा कि शुल्क बढ़ाने से अमेरिका अपने सवाल का समाधान नहीं कर सकेगा, बल्कि वित्तीय बाजार का ज़बरदस्त उतार-चढ़ाव होगा, अमेरिकी मुद्रा स्फीति दर बढ़ जाएगी, अमेरिकी व्यावसायिक आधार कमजोर होगा, अमेरिकी आर्थिक मंदी का खतरा भी बढ़ जाएगा और अंत में अमेरिका खुद के पैरों पर कुल्हाड़ी मारेगा।
उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच वस्तु व्यापार का घाटा अमेरिकी आर्थिक ढांचे की समस्या का अनिवार्य परिणाम है और दोनों देशों के अपेक्षाकृत लाभ तथा अंतर्राष्ट्रीय श्रम बंटवारे से तय किया जाता है। अगर वस्तु व्यापार, सेवा व्यापार और एक दूसरे के देश में अपने-अपने उद्यमों की शाखाओं की स्थानीय बिक्री को मिलाकर हिसाब करें, तो आर्थिक व व्यापारिक आवाजाही में चीन और अमेरिका का लाभ आम तौर पर संतुलित है।